बुधवार, 3 जुलाई 2013

नारी-१

।  यत्र नारियस्य पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता  । 

अब इ बात बेमानी हो गइल बा
नारी के जवन हालत हो  गइल बा
केहू से छुपल नइखे आस पास 
और दिल्ली में खास खास


बिटिया खेले जाई चाहे ट्यूशन सावधानी जरुरी बा
गार्जियन  के सर पर बोझ ओकनी के संगे संगे बैठल जरुरी बा
दिल्ली के  हाल सभे सुनल ह सरम  से गर्दन झुकल बा
टी वी में खूब हल्ला गुल्ला बहस मुबाहसा लेकिन रिजल्ट कुछ ना आइल  

बड़े बड़े ओहदा पर नारी भी बैठल बानी
ओ लोग से भी पूछल जाई त जवाब सुन के  गर्दन झुक जाई
जब  रटल  रटावल जवाब आई
"हमनी के भी ए बात के दुःख बा  इस बात से सदमा पहुंचल बा"
 पी ऍम  और गृह मंत्री  भी कहिहें  कमिसन बैठावल जाई

2 -4  दिन मिडिया वाला भी चिल्लाइ
गरम मसाला लगा के इज्जत हवा में उडाई
फेर सभे चुप्पो हो जाई
२ दिन बाद फेर नया कांड आ जाई

दिल्ली के बाजार के चान्दी  हो जाई 
चाए पानी और मोमबती खूब बिकाई
कवनो बात ना रिजल्ट त  कुछ ना आइ

अपने आप के बदले के पड़ी
आपन सोंच बदले के पड़ी 
व्यवस्था बदले के पड़ी

कवनो और उपाय होखे त सुनाईं जा
सभे मिल के ओकरा के सफल कराईं जा

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